भारतीय संस्कृति में Makar Sankranti 2024 महत्व है।
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Makar Sankranti 2024 |
Highlight:
- मकर संक्रांति को क्या करें?
- मकर संक्रांति कब है?
पूजा के लिए, प्रातः काल 07:15 बजकर 15 मिनट से लेकर संध्याकाल 05:46 बजकर 46 मिनट तक शुभ मुहूर्त है। इस समय में सूर्य देव की पूजा, जप-तप, और दान किया जा सकता है। महा पुण्य काल में सूर्य देव, धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में गोचर करेंगे, जो 15 जनवरी को सुबह 9:13 बजे होगा।मकर संक्रांति पर गंगा स्नान और दान करने से हमें सूर्य देव की आशीर्वाद मिलता है और यह हमें सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है। इस अद्भुत त्योहार में शुभ मुहूर्त में स्नान करना और धर्मिक क्रियाएं करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस मकर संक्रांति, सूर्य पुत्र की कृपा और आशीर्वाद से आप सभी को मंगलमय और समृद्धि भरा वर्ष प्राप्त हो।
- मकर संक्रांति का महत्व क्या है?
मकर संक्रांति, जो पूरे भारत में एक मुख्य त्योहार के रूप में मनाया जाता है, विभिन्न रूपों में मनाया जाता है। उत्तर भारत में लोहड़ी, मगह बिहु, बिहाग और पोंगल दक्षिण भारत में इस अद्वितीय त्योहार को अपनी भाषा में मनाते हैं। मकर संक्रांति का आगमन किसानों के लिए एक बड़ा महत्व रखता है, क्योंकि यह फसलों के लिए एक नया आरंभ होता है और सूर्य देवता की कृपा से बुआई हुई फसलें पूरी होती हैं। इस दिन पर हर कोने में रंग-बिरंगे पर्वों की खुशी मनाई जाती है, जिसमें पतंग उड़ान, बाजारों में मेले और सामाजिक मिलन-समर्थन शामिल हैं। इस त्योहार के माध्यम से भारतीय संस्कृति की समृद्धि, समर्पण, और एकता की भावना को साझा किया जाता है।
इस अद्भुत त्योहार के अवसर पर, आप सभी को मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं!
इस अद्भुत त्योहार के अवसर पर, आप सभी को मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं!